कान्ति सिंह, सदस्य विधान परिषद्, उ0प्र0 द्वारा निष्पादित कराये गये कार्य

लखनऊ खण्ड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में आने वाले समस्त जनपदों- लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, रायबरेली एवं प्रतापगढ़ में अपनी विधायक निधि व पूर्वांचल विकास निधि शत प्रतिशत विकास कार्यों में लगाया। जिसमें

लखनऊ में: 100 सोलर लाइट, 96 हैण्डपम्प, 1466 मी0 सड़क निर्माण, विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु (ृ 40.50 लाख), विद्युतीकरण हेतु (ृ 5.53 लाख), फ्रेन्ड्स कालोनी शहीद पथ के निकट 200 मी0 नाला निर्माण हेतु (ृ 50 लाख), सरकारी प्रा0 स्कूल में शौचालय निर्माण हेतु (ृ 1.30 लाख), बीमारी हेतु (ृ 2.5 लाख), याचिका समिति के माध्यम से कई सड़कों का निर्माण कराया।

हरदोई में: 431 सोलर लाईट, 237 हैण्डपम्प, 3.5 किमी. सड़क निर्माण, 27 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु (ृ 30.83 लाख), विद्युतीकरण हेतु (ृ 6.45 लाख), गरीबों के इलाज हेतु (ृ 2.50 लाख), सरदार पटेल स्मृति द्वार हेतु (ृ 5.95 लाख), स्व0 बाबूसिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अहिरोरी स्मृति द्वार (ृ 1.5 लाख ), एक लैपटाप (ृ 1.21 लाख), याचिका समिति के माध्यम से कई सड़कों का निर्माण कराया।

रायबरेली में: 172 सोलर लाइट, 85 हैण्डपम्प, 1.154 किमी0 सड़क निर्माण व 35 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु (ृ 1 करोड़ 47 लाख 68 हजार), याचिका समिति के माध्यम से कई सड़कों का निर्माण कराया।

प्रतापगढ़ मंें: 437 हैण्डपम्प (3 बार पूर्वांचल निधि द्वारा), 100 सोलर लाइट्स, 1.3 किमी0 सड़क निर्माण, 11 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु (ृ 45 लाख) तथा गरीबों के इलाज हेतु (ृ 5 लाख), विद्युत निर्माण हेतु (ृ 1.52 लाख), याचिका समिति के माध्यम से कई सड़कों का निर्माण कराया।

सीतापुर में: 115 सोलर लाइट, 115 हैण्डपम्प, 16 किमी0 सड़कें मैंने शासन को व्यक्तिगत अनुरोध पत्र लिख कर अलग से बनवाया, 7 विद्यालयों के भवन निर्माण हेतु (ृ 21.65 लाख), तहसील महमूदाबाद के लिए टीन शेड (ृ 1.5 लाख), याचिका समिति के माध्यम से कई सड़कों का निर्माण कराया।

लखीमपुर खीरी में: 250 सोलर लाइट, 45 हैण्डपम्प, 02 विद्यालय निर्माण हेतु (ृ 8 लाख 94 हजार 400), इण्टरलाकिंग सड़क निर्माण (ृ 12 लाख), याचिका समिति के माध्यम से कई सड़कों का निर्माण कराया।

बाराबंकी में: 270 सोलर लाइट, 277 हैण्डपम्प, 7.75 किमी. सड़क निर्माण, 27 विद्यालयों में भवन निर्माण हेतु (ृ 72 लाख 66 हजार 600), गरीबों के इलाज हेतु (ृ 4.14 लाख) की अनुदान राशि, याचिका समिति के माध्यम से कई सड़कों का निर्माण कराया। ।

इसके अलावा निम्न विकास कार्य सरकारी खर्चों से कराया -


O जनपद हरदोई मंे संडीला से मल्लावां होते हुए मेंहदीघाट तक दूरी लगभग 60 किमी0 डबल लेन डामर रोड


O जनपद हरदोई में संडीला से कोथावां होते हुए प्रतापनगर चैराहा तक दूरी लगभग 32 किमी0 डामर रोड


O मण्डी परिषद के अनुभाग अधिकारी एवं कर्मचारियों को समान वेतन एवं एरियर दिलाया।


O चकबन्दी विभाग के मिनिस्टीरियल स्टाफ की ग्रेडेशन सूची का प्रकाशन मुख्यमंत्री जी को पत्र प्रेषित कर निष्तारण कराया।


O उनके प्रयासों से ही शारदासहायक समादेश क्षेत्र विकास परियोजना में कार्यरत अनुरेखकों के पदोन्नति के सम्बन्ध में कार्यवाही की गई। पुरानी पेन्शन बहाली के सम्बन्ध में आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। देशकाल की परिस्थितियों से गुजरते हुए जो कुछ भी अनुभव प्राप्त होता है, कालान्तर में वही हमारी सामथ्र्य बनता है। यह सामथ्र्य हमारे कार्यों से आती है। हम सबकी प्रबल इच्छा है कि लखनऊ खण्ड स्नातक क्षेत्र प्रदेश ही नहीं पूरे देश में जाना जाये। जहां हर नागरिक के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा सुनिश्चित हो। हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र के सभी लोग इस विजन के साथ हमसे जुडे़ रहें। क्षेत्र के विकास और जनकल्यार्थ कार्यों को पूरी संवेदनशीलता के साथ सम्पन्न करना है। क्षेत्र के लोग जब भी जन कल्याण का कोई भी कार्य उनके पास लेकर आते हैं तो वे उसको सहर्ष निष्पादित करती हैं। सामाजिक दायित्वों का निर्वाह करना उनके एजेण्डे में है। सरकारी योजनाओं को आप तक पहुँचाना, आपकी आवाज को सरकार तक पहुँचाना, आपको आपका उचित हक दिलाना, आपके सुख-दुख का भागीदार होना, एक बड़े विजन के साथ आपके जीवन स्तर में सुधार लाना - यह सब उनकेे कत्र्तव्यों की फेहरिस्त में है जिसे वे पूरी लगन, तत्परता और ईमानदारी से करती आ रही हैं। अपने क्षेत्र को लेकर उनके भी कुछ सपने हैं, जैसे - शिक्षित बेराजगारों को सही दिशा निर्देश देना, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना, जन कल्याण के कार्यों को सम्पन्न कराना, अन्वेषण-नवाचार और तकनीकी उपक्रमों को दूर-दराज के गाँव तक पहुँचाना।

कार्य जो प्राथमिकता के आधार पर कराये जाने हैं:


O जनकल्याण कार्यों को सम्पन्न कराना


O बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराना


O स्नातकों की समस्याओं के निदान हेतु सशक्त कार्य करना


O शिक्षकों एवं कर्मचारियों को पुरानी पेंशन व्यवस्था दिलाना


O शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों को उचित वेतन दिलाना


O अन्वेषण-नवाचार और तकनीकी उपक्रमों को दूर-दराज के गांवों में पहुँचाना


O वित्त-विहीन शिक्षकों को सरकार की ओर से उचित मानदेय दिलाना